जनपद बिजनौर के उत्पादन देश विदेश में बना रहे हैं अपनी पहचान

जिला बिजनौर को कृषि हब के रूप में किया जाएगा विकसित : डीएम उमेश कुमार मिश्रा

 जनपद के उत्पादों का देश विदेश में हो रहा निर्यात

 शमीम अहमद (प्रधान संपादक)

 बिजनौर

जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश देते हुए कहा कि जिला बिजनौर को कामर्शियल एवं जैविक खेती के हब के रूप में विकसित करना है। उन्होंने कहा कि जिले का वातावरण इसके लिए अनुकूल है तथा यहां के कृषक भी प्रगतिशील और उत्सुक हैं कि उनके उत्पादकों को अच्छा बाजार मिले ताकि उन्हें अपने उत्पादों के अच्छे दाम हासिल हो सकें। उन्होंने नगीना स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र के प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए कि अनुसंधान के साथ-साथ जिले के कृषक बन्धुओं से सीधे संवाद स्थापित कर उन्हें कृषि से संबंधित आधुनिक तकनीक एवं वैज्ञानिक विधियों की जानकारी उपलब्ध कराएं तथा अपने संस्थान में बासमती चावल की उपज बढ़ाने, क्वालिटी को विकसित करने तथा उसका उचित मूल्य उपलब्ध कराने के लिए मार्किटिंग आदि की व्यवस्था से संबंधित प्रभावी शार्ट फिल्म बना कर उसका प्रस्तुतिकरण करें ताकि स्थानीय कृषक प्रेरित हो कर बासमती का उत्पादन करने में अपनी रूचि ले सकें।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा आज कलेक्ट्रेट सभागार में आगामी 05 जून,22 को मा0 आयुक्त, मुरादाबाद मण्डल की अध्यक्षता में वृहद स्तर पर प्रस्तावित कृषि मेले के सफल आयोजन की तैयारी के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिला बिजनौर को कृषि विकास के हब के रूप में विकसित किए जाने की अपार संभावनाएं हैं, क्योंकि स्थानीय कृषक न केवल प्रगतिशील हैं बल्कि स्वयं कृषि विकास के क्षेत्र में नये-नये प्रयोग कर अपनी विद्वता को चरितार्थ करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिजनौर के गेहुं, सरसों का तेल और जैविक उत्पादों का निर्यात इस बात का प्रमाण है कि स्थानीय कृषकों को यदि उचित मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाए और उनके उत्पादों को क्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाए तो बहुत से कृषि उत्पाद स्थानीय एवं विदेशों में विक्रय किए जा सकते हैं। उन्होंने यूपी डास्प, कृषि, गन्ना, खाण्डसारी, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, एनआरएलएम, नबार्ड, सहकारिता, ग्रामोद्योग, मण्डी, इफको, कृभकों सहित कृषि से संबंधित अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने विभागों की प्रगति और उपलब्धियों पर आधारित सूक्ष्म फिल्म बनाएं, जिसमें विभागीय योजनाओं के साथ ही उनसे लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों की सक्सेज स्टोरी और उनके सुझावों को भी उसमें शामिल करें ताकि आम कृषक वर्ग भी प्रेरित हो सके और कृषि के विकास में अपना योगदान अदा कर सके।
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि आगामी 05 जून को आयोजित होने वाले वृहद् स्तरीय कृषि मेले के सफल आयोजन के लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन एवं निर्देश उपलब्ध कराएं और 27 मई,22 को निर्धारित रिर्हसल की तिथि को संबंधित विभागीय से प्रभावी प्रदर्शन के तैयारी कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा विभागीय उपलब्धियों एवं प्रगति पर आधारित स्टॉल लगवाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि उक्त अवसर पर जिले के प्रगतिशील किसानों, जैविक कृषक समूहों, कृषक उत्पादक संगठनों, कृषि उद्यमियों, कृषि उत्पाद निर्यातकों, व्यवसायीयों तथा व्यापार मण्डल के सदस्यों को भी आमंत्रित करें और उनके विचारों को भी रखें ताकि जन सामान्य प्रेरित हो सकें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 विजय कुमार गोयल, उप निदेशक कृषि गिरीश चन्द, जिला पंचायतराज अधिकारी सतीश कुमार, जिला कृषि अधिकारी अवधेश कुमार के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे

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