बिजनौर में विकसित किए जाएंगे गंगा हाट: डीएम

बिजनौर में विकसित किए जाएंगे गंगा हाट: डीएम

 

जिले में गंगा तटीय ग्रामों को अर्थ गंगा योजना से अच्छादित करने के लिए गांव में जैविक खेती, बांस खेती को किया जाएगा प्रोत्साहित

शमीम अहमद

बिजनौर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने मुख्य विकास अधिकारी एवं प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी को निर्देश दिए कि गंगा बैराज घाट पर “गंगा हाट“ का विकास करें और जिले के गंगा तट पर बसे गांवों को अर्थ गंगा योजना से आच्छादित करने के लिए उक्त ग्रामों में सर्वप्रथम गंगा प्रहरियों का गठन कर उन्हें कार्यरत कार्यदायी संस्था से आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गंगा तटीय स्थित ग्रामों को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करने, वाटर ट्रीटमेन्ट करने, जैविक खेती कोे बढ़ावा देने, नक़द आय प्राप्त करने हेतु बांस की खेती के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित करने तथा अधिक से अधिक पौध रोपित किए जाने सम्बन्धी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए जिससे इन गांवों को अर्थ गंगा कार्यक्रम के अंतर्गत आदर्श ग्रामों में विकसित कर इस योजना का औचित्य सिद्व किया जा सके।
जिलाधिकारी आज अपरान्ह 11ः30 बजे स्थानीय कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला गंगा समिति तथा जिला पर्यावरण समिति की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण एक समस्या नहीं बल्कि एक त्रास्दी का रूप धारण करती जा रही है, यदि समय रहते पर्यावरण सुरक्षा के लिए उचित उपाय नहीं किए गए तो जीव-जंतु ही नहीं अपितु धरती का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हमें शासकीय प्रयासों के साथ-साथ जन सहयोग की भावना के साथ भी इस क्षेत्र में गंभीरतापूर्वक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि देश में नमामि गंगे, अर्थ गंगे जैसे कार्यक्रमों द्वारा पर्यावरण की न केवल सुरक्षा की जा सकती है, बल्कि वातावरण को प्रदूषण मुक्त भी बनाया जा सकता है। उन्होंने प्रदूषण अधिकारी को निर्देश दिए कि तत्काल गंगा तटीय ग्रामों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करें तथा इसी के साथ उन्होंने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिए कि सभी अधिशासी अधिकारी नगर निकायों से शहरी क्षेत्रों एवं सड़क के किनारों पर किसी भी अवस्था में कूड़ा-कचरा न पाए जाने सम्बन्धी प्रमाण पत्र प्राप्त करें।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने गंगा बेराज को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि बैराज घाट पर होने वाले दाह संस्कार के लिए विद्युत शवदाह गृह का निर्माण किया जाएगा ताकि गंगा के तट पर प्रदूष को रोका जा सके। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सॉलिड वैस्ट के लिए जगहों का चिन्हांकन कराना सुनिश्चित करें ताकि कचरे को एक जगह जमा किया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई की व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए एक में विशेष सफाई सप्ताह को आयोजन
कराएं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी, जिला पंचायत राज अधिकारी तथा अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: