प्रत्येक ग्राम पंचायत में पुस्तकालय खोले जाएंगे जिसमें प्रतियोगात्मक पुस्तकों के अलावा सॉल्वड पेपर भी उपलब्ध कराने का प्रयास- जिलाधिकारी
शमीम अहमद
बिजनौर।जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने बताया कि जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में पुस्तकालय खोले जाएंगे जिसमें प्रतियोगात्मक पुस्तकों के अलावा सॉल्वड पेपर भी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा ताकि लाइब्रेरी में आने वाले बच्चे परीक्षाओं की अच्छे तरीके से तैयारी करने में सक्षम हो सके। उन्होंने बताया कि प्रति एक गांव में सभी सुविधाओं से संपन्न लाइब्रेरी की स्थापना के उपरांत लाइब्रेरी में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों का कंप्टीशन कराया जाएगा और प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर आने वाले बच्चों को ग्राम स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी श्री अग्रवाल आज शाम 5:00 बजे विकास भवन के सभागार में ग्राम पाठशाला से संबंधित स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों ग्राम प्रधानों एवं ग्राम सचिवों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिला बिजनौर में ग्रामीण स्तर पर 1000 से अधिक ग्रामों में दुष्यंत लाइब्रेरी की स्थापना की जा चुकी है और शासन द्वारा भी लाइब्रेरी की स्थापना के लिए स्वीकृति प्रदान करते हुए धनराशि का आवंटन किया जा चुका है। उन्होंने उपस्थित ग्राम प्रधानों एवं ग्राम सचिवों को निर्देश दिए की ग्राम स्तरीय लाइब्रेरी की स्थापना यथा संभव पंचायत भवन में ही सुनिश्चित की जाए और लाइब्रेरी का ग्रामों में व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि जिन ग्रामों में पुस्तकालय की स्थापना नहीं हुई है वहां पर भी वहां के बच्चे भी लाइब्रेरी से लाभ अर्जित कर सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए की लाइब्रेरी के सफलतापूर्वक संचालन के लिए ग्रामों में प्रवास कर रहे अधिकारी एवं अध्यापक गणों को प्रेरित किया जाए ताकि लाइब्रेरी का गुणवत्तापरक उपयोग संभव हो सके।
मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि गांव में मानक के अनुरूप लाइब्रेरी की स्थापना के लिए शासन आदेश जारी किया जा चुका है और उसके लिए धनराशि का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने ग्राम सचिव को निर्देश दिए की प्रत्येक लाइब्रेरी पर साइन बोर्ड की स्थापना सुनिश्चित करें और गांव में लाइब्रेरी स्थापित होने की सूचना भी दें ताकि स्थानीय बच्चे लाइब्रेरी में आकर इसका लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि जिले में स्थापित सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में स्मार्ट लाइब्रेरी की स्थापना की जा चुकी है और उन लाइब्रेरियों को और अधिक सुविधाजनक और बहुउपयोगी बनाने का सार्थक रूप से प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने ग्राम प्रधानों का आह्वान करते हुए कहा कि अपनी लाइब्रेरी को ज्यादा से ज्यादा क्रियाशील और बहु उपयोगी बनाने के लिए लोगों को डोनेट करने के लिए प्रेरित करें और उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित करने का प्रयत्न करें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा लाइब्रेरी के स्थापना के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रति ब्लॉक 10 -10 ग्राम प्रधानों एवं पंचायत सेक्रेटरी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में ग्राम पाठशाला के पदाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी को रामचरित्र मानस एवं ग्राम पाठशाला की टी-शर्ट भेंट की गई।
बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी, जिला पंचायत राज अधिकारी अरविंद कुमार, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी रिजवान अहमद, जिला समन्वयक पंचायत राज लव कुमार, ग्राम पाठशाला स्वयंसेवी संस्था के सदस्य गण तथा ग्राम प्रधान एवं पंचायत सेक्रेटरी मौजूद थे।