रुड़की डिग्री कालेज में अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन समारोह का शानदार आयोजन
*कौम एवं राष्ट्र की उन्नति शिक्षा के बिना संभव नहीं*,,,,प्रोफेसर तनवीर चिश्ती
रिपोर्ट, न्यूज़ इण्डिया टुडे
रुड़की। शिक्षा ही सब धर्मों का सार है, व्यक्ति, खानदान, कौम एवं राष्ट्र की उन्नति, शिक्षा के बिना संभव नहीं। प्रत्येक समाज की किरण बच्चे ही होते हैं, शिक्षा के क्षेत्र में उच्च स्थान प्राप्त करते हुए ही कामयाबी के दरवाजे खुलते है।उच्च शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ कर देश की उन्नति के लिए योगदान दे*।
ये उद्यगार रुड़की क्षेत्र के लाठरदेवा स्तिथ ,रुड़की डिग्री कालेज मेंआयोजित,अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर तनवीर चिश्ती ने समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
प्राप्तजानकारीकेअनुसार,उत्तराखंड जनपद हरिद्वार,शिक्षा नगरी कही जाने वाली,रुड़की,के क्षेत्रीय लाठरदेवा स्तिथ रुड़की डिग्री कालेज में अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन समारोह का शानदार आयोजन किया गया जिसमे वर्ष 2022 में इंटर मिडिएट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं का उत्साहवर्धन हेतु सौ बालिकाओं को सम्मानित किया गया।इस समारोह में शिक्षा क्षेत्र में अपना जीवन समर्पित करने वाली हस्तियां,शिक्षाविद्,एवम गणमान्य लोग शामिल रहे।
सेमिनार की अध्यक्षता श्री मो सलीम ने की,मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश जनपद सहारनपुर,के रामपुर मनिहारान स्तिथ गोचर महाविद्यालय,जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष,सेवा निवृत प्रोफेसर श्री तनवीर चिश्ती रहे , विशिष्ट अतिथि डा तनवीर आलम,विभागाध्यक्ष रसायन विभाग, के एल डी ए वी कोलिज, एडवोकेट अब्दुल गनी सेमिनार का सफल एवम कुशल संचालन डा0 नीलम ने किया।कार्यक्रम व्यवस्था में जावेद अली एवम उनकी टीम का विशेष सहयोग रहा।
सेमिनार में वर्ष 2022 इंटर मिडिएट परीक्षा में उत्कर्ष प्रदर्शन करने वाली चयनित बालिकाओं को निम्न प्रकार से पुरस्कार एवम प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका कुमारी आशना 95.60% *अशफाक उल्लाह खान पुरस्कार*,जिसके अंतर्गत ग्यारह हजार राशि का चेक,ट्रॉफी,प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित की गई।
दूसरे स्थान पर रही कुमारी अर्शी, 95.20% *बेगम हजरत महल पुरस्कार**पांच हजार एक सौ रुपए राशि,चेक,ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र तथा तीसरे स्थान पर,90.4% अंको के साथ, कु0 शाहीन अंजुम,*हकीम अजमल खान पुरस्कार*,दो हजार राशि चेक,ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित की गई। इनके अलावा सौ अल्पसंख्यक बालिकाओं को ट्रॉफी एवम प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाली बालिकाएं,खुशी से झूम उठी तो वही प्रेरणा स्रोत भी बनी।
सेमिनार में मुख्य वक्ताओं,प्रोफेसर तनवीर चिश्ती, डा तनवीर आलम, डा दीपक श्री वास्तव डा सिराज अली,शिवानी शर्मा आदि ने सफल बालिकाओं को शुभकानाए देते हुए उज्जवल भविष्य की कामनाओं के साथ,शिक्षा विषय पर,प्रेरक प्रसंग के साथ विस्तार से प्रकाश डाला।
डा शहराज अली ने अपने विचार रखते हुए कहा कि,तुम्हे कुव्वत दी गई है तो किसी कमज़ोर की मदद करो,चाहे वह किसी भी जाति धर्म से हो,तुम्हारे पास इल्म है,तो दूसरो को सही बात बताओ,ये भी नेकी है।मुस्लिम समाज के बच्चे,विशेषकर निर्धन,गरीब परिवार के बच्चे, प्रतिभा शाली होने के बावजूद,आर्थिक स्तिथि ठीक न होने के कारण,उच्च शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ होते है,ऐसे बच्चो की आर्थिक मदद करना भी नेकी है,ये सब बाते हमे शिक्षा प्राप्त कर,शिक्षित बन कर ही समझ में आयेगी।
सेमिनार में प्रोफेसर तनवीर चिश्ती,डॉक्टर तनवीर आलम,एडवोकेट अब्दुल गनी, प्राचार्य डॉ दीपक श्रीवास्तव,उप प्रबंधक डॉ शहरोज अली,प्रबंधक मोहम्मद सलीम, कार्यक्रम सचिव वसीम फतेह,मोहम्मद रिजवान, कृष्ण, अमरीश,शिवानी शर्मा, जावेद अख्तर,जावेद अली, साक्षी धीमान,संगीता बिष्ट, अमजद अली, दाऊद अली, सहित सैकड़ों बालिकाएं, अभिभावकगणआदि शामिल रहे।