
लड़के लड़की के जन्म में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिये उन्होंने कहा की दीन-ए-इस्लाम ने भेदभाव को मना किया है
रिपोर्ट, न्यूज़ इण्डिया टुडे
बुढ़ाना। बुधवार को मदरसा फ़ारूक़िया फैज़ुल उलूम रियावली नंगला में जमीयत उलमा-ए-हिन्द बुढ़ाना के सौजन्य से छठे सीरतुन्नबी के जलसे का आयोजन किया गया l जलसे की अध्यक्षता जमीयत उलमा बुढ़ाना के सदर हाफ़िज़ शेरदीन ने की l जलसे का संचालन मदरसे के प्रबंधक मौलाना खालिद क़ासमी ने किया l जलसे के उद्देश्यों को विस्तार से मौलाना खालिद ने बताते हुए कहा की यह जलसे सीरत के किये जा रहे है उन्होने कहा की इन जलसो के माध्यम से हमे अल्लाह के रसूल की ज़िंदगी का पता चलता है lहाफ़िज़ शेरदीन ने कहा की अल्लाह के रसूल स0अ0व0स0 जब दुनिया में आये तो उस जमाने में औरतो बच्चियों या गुलामो की कोई हैसियत नहीं थी छोटी बच्चियों को हैवानलोग ज़िंदा दफना दिया करते थे l लेकिन अल्लाह के रसूल स0अ0व0स0 ने औरतो (महिलाओं)व् बच्चियों (लड़कियों)को इज़्ज़त दिलाई और औरतो को उनके हक़ दिलाये l हाफ़िज़ शेरदीन ने बच्चियों लड़कियों के संबंध में विस्तार से ब्यान फ़रमाया में और कहा की अल्लाह के रसूल ने लड़कियों को रहमत बताया है उन्होंने कहा की हमे बच्चियों को उच्च शिक्षा दिलानी चाहिये l उन्होंने कहा की जो लड़कियों के जन्म पर दुखी होते वो बदबख्त तथा कमबख्त है उन्होंने कहा की लड़कियों के जन्म पर ख़ुशी होनी चाहिये और मिठाईया बांटे और खुशियाँ मनाये l उन्होंने कहा की लड़के लड़की के जन्म में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिये उन्होंने कहा की दीन-ए-इस्लाम ने भेदभाव को मना किया है l मुफ़्ती आज़ाद क़ासमी ने सीरते रसूल के संबंध में विस्तार से ब्यान किया और दुआ कराई l जलसे के अंत में मदरसे के प्रबंधक मौलाना खालिद क़ासमी ने सभी का आभार व्यक्त किया l इस मौके पर मुफ़्ती निशात क़ासमी,मुफ़्ती शाहआलम,मौ0आसिफ कुरैशी,मौलाना मुद्दसिर,मौलाना फ़ुरक़ान,मौलाना ज़ाहिद,हाफ़िज़ अब्दुल जब्बार,मौलाना अकरम हाफ़िज़ रियाज़ुद्दीन,कारी यामीन,शायर मुफ़्ती इरशाद आदि के लोग मौजूद रहे ।