मुख्य विकास अधिकारी ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत क्रांति दिवस पर अभिलेख प्रदर्शनी का फीता काट कर उद्घाटन किया

मुख्य विकास अधिकारी ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत क्रांति दिवस पर अभिलेख प्रदर्शनी का फीता काट कर उद्घाटन किया

शमीम अहमद संपादक

बिजनौर। मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 सिंह ने शासन के निर्देशों के अनुपालन में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज 10 मई 2022 को क्रांति दिवस के अवसर पर विकास भवन के प्रांगण में 1857 की क्रांति के इतिहास से संबंधित अभिलेख पर आधारित प्रदर्शनी का विधिवत् रूप से फीता काट कर उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी कृष्ण कुमार के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 सिंह ने 1857 की क्रांति के इतिहास से संबंधित जिला बिजनौर में होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि देश की आजादी प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 10 मई 1857 को शुरू हुआ था और बिजनौर में भी प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी भड़की थी, जिसके परिणामस्वरूप जिले में मौजूद अंग्रेज अधिकारियों को जिला छोड़कर भागना पड़ा था। उन्होंने बताया कि 10 मई 1857 को मेरठ से उठी क्रांति की चिंगारी बिजनौर तक पहुंच गई थी। उस समय बिजनौर में लगभग आठ अंग्रेज अधिकारी मौजूद थे। 20 मई को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने बिजनौर पर आक्रमण किया और जिला कारागार का मुख्य द्वार तोड़ जेल में बंद सभी कैदियों को बाहर निकाला। जिले में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गतिविधियों के कारण लगभग 12 महीने तक जिले में कोई अंग्रेज अधिकारी मौजूद नहीं रहा। क्रांति की ज्वाला ठंडी पड़ने पर 26 अप्रैल 1858 को फिर से बिजनौर में अंग्रेज अधिकारी नियुक्त कर दिए गए थे।
उन्होंने कहा कि क्रांति दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाली 1857 की क्रांति के इतिहास से संबंधित अभिलेख पर आधारित प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य यही है कि जनसामान्य विशेष रूप से युवाजन अपने जिले के इतिहास से परिचित हों और देश की आजादी में अपने प्राणों की आहूति देने वाले वीरों के नामों एवं उनकी वीरता के कारनामों से परिचित हों कि किस प्रकार हमारे पूर्वजों ने देश को आजाद कराने में अपने प्राणों की आहूति दी है। उन्होंने कहा कि उन अमर शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी सम्भव है जब हम अपने देश की सुरक्षा, अखण्डता, विकास और प्रभुत्व एवं शक्तिशाली बनाने में निस्वार्थ रूप से अपना योगदान दें।
इस अवसर पर जिले के 1857 की क्रांति के इतिहास से संबंधित अभिलेख पर आधारित प्रदर्शनी के साथ-साथ जिले के अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान से संबंधित मालूमात एंव परिचय के साथ उनके चित्र भी लगाए गए। इसके अलावा आमजन की जानकारी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन-1947 के स्वतंत्रता संग्राम की स्मृतियों एवं जानकारियों पर आधारित संग्रह का भी प्रदर्शन किया गया।

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