मौत के बाद महिला के शव को लखनऊ कर दिया रेफर, सच्चाई जान पीट लेंगे माथा
ब्यूरो रिपोर्ट
हरदोई! उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से फर्जी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत का मामला सामने आया है. न्यू एवन नाम से संचालित फर्जी नर्सिंग होम में प्रसूता का सीजर ऑपरेशन किया गया. इसके बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई, जिस पर उसे दर्द का इंजेक्शन लगाया गया!
उसके कुछ ही देर बाद प्रसूता की मौत हो गई, लेकिन फिर भी नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया. वहां पहुंचकर पता चला कि महिला कई घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी. वहां से वापस शव ले कर परिजन जब नर्सिंग होम पहुंचे, तो वहां ताला पड़ा हुआ था. इस पर परिजनों ने हंगामा मचाया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी है.
दरअसल, हरदोई की कोतवाली देहात के कौढ़ा निवासी नौशाद प्रसव पीड़ा होने पर अपनी पत्नी स्वालिहा को लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचा. महिला अस्पताल में उसे उर्मिला नाम की महिला मिली, जिसने खुद को आशा बहू बताया. महिला ने बताया कि कैनाल रोड पर सीडीओ बंगले के सामने न्यू एवन हॉस्पिटल है, जहां 13 हजार रुपये में नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी. आशा बहू के झांसे में आकर स्वालिहा को उसी नर्सिंग होम ले जाया गया. वहां पर डाक्टरों ने उसकी सारी जांचें कराईं और ब्लड की डिमांड की. 25 हजार रुपये जमा करने के बाद स्वालिहा का सीजर आपरेशन किया गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद उसकी हालत बिगड़ गई.
स्वालिहा की मां मोलीसला ने बताया कि कुछ ही देर बाद उसकी बेटी की सांसें थम गई थी, लेकिन फिर भी डाक्टरों ने उसे लखनऊ के लिए रिफर कर दिया. वहां पहुंच कर पता चला कि स्वालिहा की कई घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी. परिजन उसे लेकर वहां से वापस जब नर्सिंग होम पहुंचें, तो वहां ताला लगा हुआ था. जिस पर वहां हंगामा होने लगा. वहीं मामले की जानकारी लगते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
पहले ही सीज किया जा चुका था नर्सिंग होम
हरदोई के न्यू नर्सिंग होम में इंजेक्शन लगने के बाद प्रसूता स्वालिहा की मौत हुई है. उस नर्सिंग होम को काफी पहले सीज किया जा चुका है. सीडीओ बंगले के ठीक सामने इसी नर्सिंग होम में साल 2021 और 2022 में गर्भवती प्रसूता की मौत हुई थी, जिसके बाद इस फर्जी हॉस्पिटल पर कार्यवाही की गई और नर्सिंग होम कोशिश कर दिया था मगर फिर उसी नर्सिंग होम का नाम बदलकर इस तरह खुलेआम मौत बाती जा रही है इस संबंध में जब सीएमओ से जानकारी लेनी चाहिए तो उनका मोबाइल आउट ऑफ सर्विस बता रहा था
नाम बदलकर चला रहा फर्जी हॉस्पिटल!
- स्वास्थ्य महक में कि जिम्मेदारों के रहमों करम पर शहर में न जाने कितने फर्जी नर्सिंग होम चल रहे हैं जिस नर्सिंग होम में प्रस्तुत की मौत हुई साल 2022 में उसका नाम एवं अस्पताल रखा गया था लेकिन वहां लापरवाही के चलते हुई मौत के बाद उसे पर लापरवाही हुई और फिर दोबारा उसे न्यू एवं अस्पताल का नाम दे दिया गया और नए नाम के साथ संचालित किया जाने लगा लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य में काम में के जिम्मेदारों को सारा कुछ पता रहता है लेकिन सिक्कों की खनक के आगे उन्हें कुछ सुनाई नहीं देता है!