मसूरी में संस्कृत महोत्सव में छात्रों ने निकाली जागरूकता रैली
न्यूज़ इंडिया टुडे ब्यूरो
मंसूरी। जन-जन के जीवन की भाषा में संस्कृत एक अनिवार्य पहलू बनें और लोक जीवन की लोक संस्कृति में संस्कृत भाषा का समावेश हो। इसके प्रयासों को लेकर संस्कृत महाविद्यालय लंढौर बाजार मसूरी की ओर से मसूरी के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं के सहयोग से संस्कृत महोत्सव के अवसर पर मसूरी गुरूद्वारा चौक से गांधी चौक तक जागरूकता रैली निकाली गई इस दौरान छात्रों ने संस्कृत भाषा में लिखी हुई सूक्तियां और स्लोगन की तख्तियां हाथों में लेकर लोगो को संस्कृत भाशा के महत्व के बारे में समझाने का प्रयास किया गया। जगास्क रैली के संयोजक राकेष अग्रवाल ने बताया कि आम लोगों के जीवन के व्यवहार में संस्कृत भाषा का अधिकाधिक उपयोग हो एवं प्रचार-प्रसार संवर्धन के लिए युवा पीढ़ी में जागृति लाने के लिए संस्कृत महोत्सव के अवसर में मसूरी षहर में जागरूकता रैली निकाली गई। रैली के दौरान छात्र-छात्राओं ने संस्कृत हमारी भारती, इसकी उतारो आरती, सभी भाषाओं की जननी संस्कृत संस्कृत, संस्कृत है। संस्कृति की खान-इसमें भरा पड़ा विज्ञान, वेदवाणी संस्कृत, देववाणी संस्कृत आदि संस्कृत लोक, नारे लगाकर, संस्कृत गीतों का उच्चारण किया तथा संस्कृत भाषा के प्रति समर्पण का संदेश जन जन तक पहुंचाया। उन्होने कहा कि संस्कृत बहुत ही सरल, मधुर और आसान भाषा है। इसे आसानी से सीखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि आधुनिक संस्कृत साहित्य में भी संस्कृत साहित्यकारों में अनेक सम्मानित विद्वान अपना निरंतर योगदान संस्कृत साहित्य के विकास और संरक्षण में अपना योगदान दे रहे हैं। देश के युवा ही इसे आगे लेकर जाएंगे और संस्कृत के उत्थान में अपना योगदान देंगे।
बाइट राकेष अग्रवाल