
परियोजना निदेशक डीआरडीए द्वारा कॉविड काल में अनाथ हुए बच्चों को किए गए लैपटॉप वितरि
रिपोर्ट, न्यूज़ इण्डिया टुडे ब्यूरो
बिजनोर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के निर्देशों के अनुपालन में परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी द्वा
रा आज विकास भवन के प्रांगण में महिला एवं बाल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में छात्राओं के प्रयोग के लिए प्रति दो-दो साइकिलें अर्थात कुल 24 साइकिलें वितरित की गईं। इसके अलावा परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत कॉविड काल में अनाथ हुए कक्षा 9 तथा उससे उच्च स्तरीय शिक्षा में अध्ययनरत छात्र एवं छात्राओं को 31 लैपटॉप वितरित किए गए। उन्होंने लैपटॉप प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को आशीष प्रदान करते हुए आशा व्यक्त की कि वे लैपटॉप के जरिए अपने शैक्षिक स्तर को बढ़ाएंगे और अपने भविष्य को उज्जवल बनाने में इसका सदुपयोग करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार कोविड कॉल में अनाथ हुए बच्चों की समुचित विकास एवं शिक्षा के प्रति संवेदनशील एवं गंभीर है तथा महिला सशक्तिकरण के लिए भी प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी बताया कि विकास भवन में स्थापित बिजनौर के उद्योग बंधुओं एवं निवेशकों के लिए एकल खिड़की सिस्टम की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि खिड़की पर उद्योग बंधु की समस्याओं के निवारण तथा उद्योगों की स्थापना के लिए सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा तथा इस उद्यमिता के क्षेत्र में आने वाली सभी समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण भी किया जाएगा। उन्होंने एकल खिड़की व्यवस्था को जिले में निवेश करने वाले उद्यमियों को जानकारी देते हुए कहा कि एकल खिड़की व्यवस्था से उनको किसी भी स्तर पर आने वाली समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि उनको विभिन्न विभागों में उद्योगों की स्थापना के लिए की जाने वाली आवश्यक कार्यवाही से मुक्ति प्राप्त हो सके और उनका समय भी बच सकें।
इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी नागेन्द्र मिश्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरण यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।