
नगीना थाना प्रभारी ने ली शांति समिति ली बैठक
रिपोर्ट, आफसार सिद्दीकी संवाददाता
नगीना- पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार बिजनौर द्वारा आज दोपहर 2 बजे। नगीना थाने के निरीक्षण व शांति समिति की बैठक में भाग लेने को देखते हुए। थाना प्रभारी प्रिंस शर्मा ने थाने को चमचमा कर अपनी पुरी तैयारी कर रखी थी। पुलिस अधीक्षक बिजनौर का अचानक किन ही कारणों से प्रोग्राम स्थगित होने के कारण थाना प्रभारी प्रिंस शर्मा ने पुलिस अधीक्षक की अनुपस्थिति में शांति समिति की एक बैठक। थाना प्रांगण में कर बैठक में भाग लेने आए व्यापारियों, नगर के गणमान्यों,सभी धर्म गुरुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि नगर पालिका के चुनाव व कोरोना महामारी के पैर पसारने को देखते हुए। नगर में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए। सभी लोगों से पुलिस का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश करेगा उस व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। सभी लोगों को नगर में प्यार मौहब्बत व आपसी भाईचारा सौहार्द बनाए रखना है। किसी को कोई भी समस्या हो वह व्यक्ति मुझे बताएं उस समस्या का समाधान यदि मेरे द्वारा होना होगा तो मैं उस समस्या का समाधान तुरंत करने में पूरी मदद करूंगा। यदि कोई समस्या न्यायालय की होगी तो उसे न्यायालय द्वारा समस्या का समाधान कराने की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में यदि कहीं भी किसी प्रकार का कोई नशें का सामान बिक रहा हो उसकी जानकारी मुझे दे। जानकारी देने वाले व्यक्ति के नाम को गुप्त रखा जायेगा। उन्होंने सभी धर्मों के धर्मगुरुओं से अपील करते हुए कहा कि धर्म स्थल पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज शासन द्वारा दिए गए आदेशों के अनुसार ही धीमी होनी चाहिए। उन्होंने व्यापारियों से कहा कि अपनी दुकानों के आगे सड़कों पर सामान व सड़क पर दोनों साइडों में बाइकें खड़ी करके अतिक्रमण ना करें। बाजार की सड़कों पर अतिक्रमण से जहां नगरवासियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं पुलिस को भी आपकी सुरक्षा के लिए अचानक भागने पर अतिक्रमण के जाम में पुलिस की गाड़ी फंसकर घटना स्थल पर पहुंचने में समय लग जाता है। शांति समिति की बैठक में जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती अवैस अकरम, व्यापार मण्डल से पंडित सचिन शर्मा, कयूम राइन, दीपक मल्होत्रा, राजीव अग्रवाल, मनोज टंडन, हरमीत मल्होत्रा, तिलकराज, राजू बिश्नोई, सभासद हर्ष विश्नोई, सभासद गोपाल शर्मा, सद्दीक मुल्तानी आदि नगर के धर्मगुरु, गणमान्य व व्यापारी व थाने के दरोगा मौजूद थे।