गंगा बैराज बिजनौर में मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष व जिलाधिकारी ने प्रवाहित की 1.95 लाख मत्स्य अंगुलिकाएं
मत्स्य पालन आय का अच्छा स्रोत बन सकता है- जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र प्रताप सिंह
रिपोर्ट, न्यूज़ इण्डिया टुडे
बिजनौर। गंगा बैराज में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत रिवर रैचिंग कार्यक्रम में मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष व जिलाधिकारी द्वारा 01 लाख 95 हजार मत्स्य अंगुलिकाओं (भारतीय मेजर कार्प) को प्रवाहित व संचित किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री साकेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मत्स्य पालन एक अच्छी योजना है, यह एक आय का अच्छा स्रोत बन सकता है। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने मत्स्य पालकों व किसानों से आवाहन किया कि वह सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेकर अपना आर्थिक व सामाजिक उत्थान करें।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री साकेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार का प्रयास है कि किसानों की आय दुगनी हो। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन एक अच्छी योजना है , अगर किसान इस पर ध्यान दें तो यह एक अच्छा आय का स्रोत बन सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अनेकों लाभार्थी पर योजनाएं संचालित की हुई हैं, किसान भाई आगे आकर योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें व योजनाओं का लाभ लें। उन्होंने कहा कि सरकार व हम आपके साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पूरी ईमानदारी व पारदर्शिता से कार्य हो इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति व नियत साफ है। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के सफल नेतृत्व में प्रदेश तरक्की पथ पर अग्रसर है, उनके द्वारा उठाये गये कदमों व संचालित योजनाओं को देश के अन्य प्रदेशों में भी लागू किया गया है।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा कि मत्स्य पालकों को संचालित सभी अनुमन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिले इसके प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि ग्रामों का सर्वांगीण विकास प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। जिस पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मत्स्य अंगुलिकाएं गंगा में प्रवाहित करने से जल को साफ रखने मंे मद्द मिलेगी।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने मत्स्य पालकों व किसानों से आवाहन किया कि वह सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेकर अपना आर्थिक व सामाजिक उत्थान करें। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालकों की जो भी समस्याएं होंगी उनका निस्तारण किया जायेगा। जिलाधिकारी ने लायी गयी मत्स्य अंगुलिकाओं की संख्या को चैक भी किया व किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
सहायक निदेशक मत्स्य हरिश चन्द्र वर्मा ने बताया कि बिजनौर में मार्च 2023 तक 03 लाख मत्स्य अंगुलिकाएं प्रवाहित करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि 180 दिन के लक्ष्य के सापेक्ष पूर्व में 40 हजार मत्स्य अंगुलिकाएं प्रवाहित की गयी थी। उन्होंने बताया कि गत सितम्बर माह में मा0 मंत्री मत्स्य विभाग द्वारा 65 हजार मत्स्य अंगुलिकाएं प्रवाहित की गयी थी। उन्होंने बताया कि आज 1 लाख 95 हजार मत्स्य अंगुलिकाएं प्रवाहित व संचित की गई है। उन्होंने बताया कि इनमें 30 प्रतिशत कतला प्रजाति, 30 प्रतिशत रोहू प्रजाति व 40 प्रातिशत नैंन प्रजाति की मत्स्य अंगुलिकाएं है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह, जिला कृषि अधिकारी डा0 अवधेश मिश्र, मत्स्य निरीक्षक सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी, किसान व मत्स्य पालक आदि उपस्थित रहे।