धनी आबादी के बीच से होकर बह रही प्राचीन नहर पिछले दो-तीन दशकों से गन्दा नाला बनी है

धनी आबादी के बीच से होकर बह रही प्राचीन नहर पिछले दो-तीन दशकों से गन्दा नाला बनी है

 

 

ब्यूरो रिपोर्ट

नगीना। ब्रिटिश काल से नगर की धनी आबादी के बीच से होकर बह रही प्राचीन नहर पिछले दो-तीन दशकों से गन्दा नाला बनी है। जबकि विभागीय अधिकारी प्रतिवर्ष सफाई के नाम पर लाखों रुपया का गोल माल करते चले आ रहे हैं। संभ्रांत लोगों ने नहर की सफाई और सौंदर्यकरण कराने की मांग की विश्व व्यापी कास्टकला नगरी के रूप में प्रसिद्ध नगीना शहर की घनी आबादी गांधी मुर्ति तिराहा स्थित अफजलगढ़ सिंचाई खंड की एसडीओ सिंचाई के आवास नगीना व एसडीएम कार्यालय के सामने से होती हुई पुरैनी को बह रही नहर पानी के ना आने से पिछले दो दशकों से गंदा नाले का रूप धारण कर लिया है। कभी यह नहर पानी बहने से नगर की शान और शौकत में चार चांद लगाया करती थी! जिसे दिखाने के लिए नगर वासी अपने घर आए मेहमानों को दिखाने ले जाया करते थे! और पहाड़ों से नहर में आने वाले पानी का गर्मियों के मौसम में नहर पर बनी पडियो पर बैठक महिलाएं बच्चे पुरुष नहर के साफ पानी का आनंद लेते थे। और खाना खाने के बाद टहलने आते थे जैसे कोई पार्क बना हो। बताया जाता है कि सिंचाई विभाग द्वारा नहर की हर वर्ष लाॅखो रूपये लगाकर सफाई के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति की जाती रही है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं क्षेत्रीय विधायक, सांसद की अनदेखी के चलते। नहर कई वर्षो से गन्दे पानी का नाला बन कर रह गई है। जो पुराने समय लोगों के बैठने के लिए दोनों साइडों में पैडिया बनी थी वह भी खत्म हो गई है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि करीब 2 किलोमीटर की लंबाई वाली आबादी के लोगों ने नहर किनारे अपने-अपने आवास बना रखे हैं शौचालय के पाइप नहर में दाल रखे है! जिससे नहर में जगह-जगह मल मूत्र जमा होने से उसकी दुर्गंध दूर तक फैलती है! इस दुर्गंध से क्षेत्र में संक्रामक रोग फलते रहते हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी इस और ध्यान नहीं देकर नहर के ऊपर पल और पुलिया बनवाने के नाम पर मोटा धन कमाने में व्यस्त हैं! जिसका प्रमाण तहसील दिवसों में शिकायत होने के बाद भी आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई न होना है। आजकल नगरवासियों ने इस सम्बन्ध में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व मण्डल आयुक्त मुरादाबाद,जिलाधिकारी बिजनौर की ओर ध्यान दिलाते हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर नहर में चल रहे गन्दे नालों के गन्दे पानी पर रोक लगाने। तथा नहर का सौन्दर्यरण कराकर पूर्व वर्षों की तरह रूड़की नहर की तर्ज पर साफ-सुथरा पानी छुड़वाने व नहर की दोनों साइडों में लोगों के बैठने की पैडिया बनवाने कि मांग की है।

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