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उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता पर विशेषज्ञ समिति ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मसौदा सौंपा
ब्यूरो रिपोर्ट
देहरादून! मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के लिए गठित विशेषज्ञ समिति ने शुक्रवार को अपनी मसौदा रिपोर्ट सौंप दी है। विशेषज्ञ समिति की अध्यक्ष जस्टिस सेनि रंजना प्रकाश देसाई और उनकी टीम ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंपने के लिए मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन पहुंची, जहां उन्होंने सीएम धामी को मसौदा रिपोर्ट सौंपी। शनिवार को बुलाई गई कैबिनेट बैठक में यूसीसी ड्राफ्ट रिपोर्ट को मंजूरी मिलने के बाद इसे छह फरवरी को विधानसभा में पेश किए जाने की उम्मीद है! वहीं इस रिपोर्ट को सौंपे जाने के बाद उत्तराखंड देश में यूसीसी लागू करने वाला पहला राज्य बनने के लिए एक और अहम कदम बढ़ा देगा। गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने यूसीसी लागू करने के लिए जस्टिस देसाई की अध्यक्षता में समिति बनाई थी। ड्राफ्ट तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री ने समिति का तीन बार कार्यकाल बढ़ाया। इस दौरान समिति ने ऑनलाइन और ऑफलाइन आधार पर जनता से यूसीसी को लेकर सुझाव आमंत्रित किए। विशेषज्ञ समिति ने उप समिति बनाकर उन्हें समाज के विशिष्ट लोगों, समाजसेवियों, धार्मिक नेताओं, संतों और जागरूक नागरिकों के साथ चर्चा की और सुझाव लिए। समिति ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का दौरान किया और वहां खुली बैठकें में लोगों से सुझाव लिए। इस तरह समिति को करीब ढाई लाख सुझाव प्राप्त हुए.. करीब तीस अलग-अलग बैठकों में उसे कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले। समिति ने केंद्रीय विधि आयोग के साथ भी यूसीसी पर चर्चा की और इस मैराथन कवायद के बाद समिति ने अपना ड्राफ्ट तैयार किया। शनिवार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार यूसीसी की ड्राफ्ट रिपोर्ट पर चर्चा करेगी और विधेयक को मंजूरी देगी। इसके बाद पांच फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के दौरान यूसीसी विधेयक को सदन पटल पर रखा जाएगा। छह फरवरी को इसे सदन में लाए जाने की संभावना है। सदन से पारित होने के बाद इसे राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राज्यपाल की मंजूरी के बाद यह अधिनियम बन जाएगा।