बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने तथा अन्य अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा बैठक में प्रतिभाग न करने पर बाटमाप अधिकारी सहित समस्त स्टाफ का वेतन रोकने तथा लक्ष्य के सापेक्ष वसूली कार्य में शिथिलता बरतने पर जिला आबकारी अधिकारी का जवाब तलब करने के जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने दिए निर्देश
शमीम अहमद
बिजनौर। जिलाधिकरी अंकित कुमार अग्रवाल ने राजस्व वसूली समीक्षा बैठक में बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने तथा अन्य अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा बैठक में प्रतिभाग न पर बाटमाप अधिकारी सहित समस्त स्टाफ का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जबकि लक्ष्य के सापेक्ष वसूली कार्य में शिथिलता बरतने पर जिला आबकारी अधिकारी का जवाब तलब करने के निर्देश दिए। इसी के साथ उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिना उनकी अनुमति के मुख्यालय न छोड़े और विभागीय समीक्षा बैठकों में स्वयं प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि राजस्व वसूली कार्य में शिथिलता एंव लापरवाही बरता जाना प्रकाश में आने पर संबंधित विभागीय अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी श्री अग्रवाल आज शाम 4ः00 कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में आयोजित कर-करेत्तर की बैठक की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने राजस्व से संबंधित सभी विभागीय अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि शासन द्वारा निर्धारित राजस्व वसूली के लक्ष्य को पूरा करना सुनिश्चित करें और इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। उन्होंने ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान चांदपुर प्रथम खण्ड में वसूली कम पाए जाने पर अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देश दिए कि वसूली कार्य में शिथिलता बरतने वाले अवर अभियंताओं का दायित्व निर्धारण करते हुए उनके विरूद्व कार्यवाही करें और आगामी बैठक में अवर अभियंतावार एक्शन रिपोर्ट के साथ प्रतिभाग करें। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वि/रा को निर्देश दिए कि आगामी बैठक में ऊर्जा विभाग के राजस्व कार्याें की प्रगति की समीक्षा के लिए डिवीजनवाईज पीपीटी तैयार करें ताकि निर्धारित मानकों के अनुरूप राजस्व वसूली प्रगति की समीक्षा की जा सके।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मण्डी समिति, स्टाम्प, वाणिज्य कर एवं परिवहन विभाग को राजस्व वसूली कार्य में और अधिक सुधार लाने तथा विपण कार्यवाही बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएम डैशबोर्ड के आईजीआरएस पोर्टल पर डिफाल्टर एवं असंतोषजनक शिकायतों की समीक्षा करते हुए उपस्थित सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि असंतोषजनक शिकायतों को गंभीरता के साथ लें और सभी शिकायतों का निर्धारित मानक के अनुसार निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि शिकायतों का निस्तारण शिकायतकर्ता की संतुष्टि के साथ किया जाएगा तो असंतोषजनक शिकायतें पोर्टल पर नहीं आ सकेगीं।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह, वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार सिंह, सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार सहित राजस्व से संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।