अष्टम आहार बनाकर सबको कराया सेवन दीर्घआयु एवं शरीर को निरोगी रखता है अष्टम आहार

अष्टम आहार बनाकर सबको कराया सेवन दीर्घआयु एवं शरीर को निरोगी रखता है अष्टम आहार

रिपोर्ट, न्यूज़ इण्डिया टुडे

बिजनौर।विवेक काॅलेज ऑफ आयुर्वेदिक साइंसेस एण्ड हाॅस्पिटल, बिजनौर में चल रहे 15 दिवसीय आयुर्विद्या आरम्भ महोत्सव व अष्टम आयुर्वेद कार्यक्रम का समापन सभी को अष्टम आहार कराकर किया गया।विवेक काॅलेज ऑफ आयुर्वेदिक साइंसेस एण्ड हाॅस्पिटल, बिजनौर में चल रहे 15 दिवसीय आयुर्विद्या आरम्भ महोत्सव व अष्टम आयुर्वेद कार्यक्रम में आज का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथि चैयरमेन अमित गोयल, उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा गोयल, लीना सिंघल, महेश जी, डाॅ0 सर्वेश चन्द्रा – क्षेत्रीय आयर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी बिजनौर, डाॅ0 विमल कुमार – चिकित्सा अधिकारी आयुर्वेद, सचिव दीपक मित्तल, प्राचार्य वैद्य संदीप अग्रवाल, उपप्राचार्य डाॅ0 देवाशीष पाणिग्राही जी द्वारा भगवान धन्वन्तरी के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया । अष्टम आयुर्वेद के उपलक्ष में विवेक आयुर्वेदिक महाविद्यालय में जनसमाज, छात्र छात्राओं व परिसर में कार्यरत सभी कर्मचारियों को जागरूक करने के लिए आयुर्वेद में आहार विधि विद्यान का महत्व रसो के उपक्रम के परिपेक्ष में साझा किया गया। ऋतुचर्या व दिनचर्या के अनुसार कौन सी आहार कब लेनी चाहिए तथा कौन सी आहार कब नहीं लेनी चाहिए इसकी विस्तृत जानकारी दी गई । इसी सम्बन्ध में जानकारी हेतु महाविद्यालय में सभी छात्र -छात्राओं तथा कर्मचारियों के सहयोग से एक आयुर्वेद अनुरूप आयुर्भोज का आयोजन किया गया। आहार सेवन के पूर्व भोजन मंत्र उच्चारण किया गया तत्पश्चात् सभी छात्रों द्वारा उत्सुकता तथा आनंन्दीत होकर शुचिपूर्वक लघु भोजन पद्मासन अवस्था में किया गया । इस आहार में ओदन, शाक, तिलपिट मिठान एवं भोजन के अंत में तक्र्र का सेवन किया गया तत्पश्चात् वज्रासन भी किया गया तथा आयुर्वेद की जीवन शैली अपनाने के लिए शपथ ग्रहण भी की गई तथा आयुर्वेद के सिद्वांतो का समझाया गया ।
इस कार्यक्रम में डाॅ0 आर0पी0सिंह, डाॅ0 वि0 शेशु, डाॅ0 संतोष , डाॅ0 सुनील, डाॅ0 वन्दना, डाॅ0 प्रज्ञा, डाॅ0 सुनीता, डाॅ0 संजीव, डाॅ0 सुजीत, डाॅ0 सच्चिदानन्द, डाॅ0 जितेन्द्र मिश्रा, डाॅ0 प्रीति, डाॅ0 आकृति, डाॅ0 आधार, डाॅ0 प्रदीप डाॅ0 नृपेन्द्र, डाॅ0 धीरज, डाॅ0 धमेन्द्र एवं डाॅ0 जशोवन्त आदि उपस्थित रहें। कार्यक्रम को सफल बनाने में डाॅ0 राजीव, डाॅ0 शम्भू, डाॅ0 अमनदीप, डाॅ0 ज्योति आदि का विशेष योगदान रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: