बाइडन के ट्वीट पर पीएम मोदी का जवाब; भारत-अमेरिका की दोस्ती वैश्विक भलाई को देगी ताकत
रिपोर्ट, न्यूज़ इंडिया टुडे ब्यूरो
दिल्ली। अमेरिका और मिस्र की अपनी यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत पहुंच गए हैं। भारत आने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई केंद्रीय मंत्रियों ने उनका स्वागत किया।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत और अमेरिका की दोस्ती के बारे में बड़ी बात कही है। उन्होंने अपने ट्वीट में भारत और अमेरिका की दोस्ती को दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण बताया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्वीट पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी सहमति जताई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण दोस्ती में से एक है। यह पहले से कहीं अधिक मजबूत, करीब और अधिक गतिशील है। उन्होंने यह बात ट्वीट करके कही है। अपने ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान उनके साथ बिताए गए पलों का वीडियो भी शेयर किया है।
पीएम मोदी ने भी बाइडन के ट्वीट पर कही यह बात
अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्वीट को पीएम मोदी ने रीट्वीट करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के ट्वीट पर कहा कि मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं। हमारे देशों के बीच दोस्ती वैश्विक भलाई की ताकत है। यह ग्रह को बेहतर और अधिक टिकाऊ बनाएगी। उन्होंने अपनी हालिया यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमारे बंधन को और भी मजबूत करेगी।
गौरतलब है कि पीएम मोदी 20 जून को अमेरिका की यात्रा पर रवाना हुए थे। इस दौरान 21 जून को नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का नेतृत्व किया। यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी का व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बाइडन से द्विपक्षीय वार्ता की। बैठक के बाद उन्होंने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और ड्रोन, जेट इंजन और स्पेस समेत कई समझौतों का एलान किया। साथ ही उन्होंने अमेरिकी संसद को भी संबोधित किया। वहीं, उनके सम्मान में व्हाइट हाउस में राजकीय डिनर का भी आयोजन किया गया था। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा हुई। साथ ही भारत-अमेरिका के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते खतरे, सीमापार आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका और रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चर्चा हुई।