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सीडीओ ने परफारमेंस ग्रांट वाले गांव के प्रधान व सचिव के साथ किया समीक्षा बैठक
रिपोर्ट, अवधेश पाण्डेय गोरखपुर
गोरखपुर। परफॉर्मेंस ग्रांट पाने वाले गांवों के सचिव ग्राम प्रधानों के साथ सीडीओ संजय कुमार मीना ने विकास भवन सभागार में जिला पंचायत राज अधिकारी शाश्वत आनंद सिंह जिला विकास अधिकारी जिला पुष्टाहार अधिकारी जिला कृषि अधिकारी ग्राम सचिव सहित अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर परफारमेंस ग्रांट वाले गांव को विकास के पथ पर ले जाने के लिए अग्रसर रहने हेतु निर्देशित किया। केंद्र सरकार ने गोरखपुर के 32 गांवों के विकास का परफारमेंस देखते हुए उन्हें विशेष तौर पर विकसित करने के लिए ‘परफारमेंस ग्रांट’ के तौर पर करोड़ों रुपये का बजट आवंटित कर विकास के पथ पर ले जाने के लिए प्रयास रत है।
परफारमेंस ग्रांट को लेकर गोरखपुर का प्रदेश में पहला स्थान रहा है प्रदेश के 73 ग्राम पंचायतों में अकेले 32 ग्राम पंचायतें गोरखपुर की इसमें शामिल है इनमें विभिन्न श्रेणियों में विकास के लिए 300 करोड़ रुपये से अधिक का ग्रांट आवंटन हुआ था इसके तहत एक ग्राम पंचायत के हिस्से में 3 करोड़ 50 लाख रुपये से लेकर 25 करोड़ रुपये तक की धनराशि आवंटित हुई थी इसके तहत गांव में संपर्क मार्ग, अतिरिक्त सड़कें, ड्रेनेज, एलइडी स्ट्रीट लाइट, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, शुद्ध पेयजल, खेल का मैदान, ओपन जिम, स्मार्ट क्लासेज, पौधरोपण समेत सार्वजनिक शौचालय, लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं को विकसित किया जाना था जिससे जनपद में इन गांव का बेहतर तरीके से विकास हो सके उनमें छितौना, परसा तिवारी, बगही, कटेया, नकौडी खास, औरंगाबाद, जंगल हरपुर, जंगल तिकोनिया, चौमुखा, बांसपार, बनकटा, नारायणपुर, सिसवा और रघुनाथपुर शामिल हैं 5 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जिनका ग्रांट 15 करोड़ से ज्यादा है. इनमें भवौपार, परमेश्वरपुर, भेउसा, रुद्रपुर, जंगल सुहास कुंवारी
इसके अलावा कौड़ी खास, नागर पट्टी, जंगल दीर्घन सिंह, भीमापार, सीयर, किशनपुर, भड़सार, बनकटा, तुर्कवालिया, काजीपुर, बेलीपार, कौड़ीराम, साखडांड पांडेय, जयपालपुर और मुस्तफाबाद शामिल हैं ग्राम पंचायत छितौना और जंगल दीर्घन सिंह समेत रुद्रापुर में विकास की रफ्तार दिखाई देती है छितौना के प्रधान दिनेश यादव कहते हैं कि सरकार ने जिस मनसा के साथ बजट आवंटित किया है, गांव में वैसा ही विकास दिखाई देगा यह अलग बात है कि विकास कार्य को जमीन पर उतारने में समय लग रहा है। वीडियो ने परफारमेंस ग्रांट के सचिवों को निर्देशित किया कि गांव को विकास के पथ पर ले जाने के लिए किसी प्रकार की कोर कसर नहीं छूटनी चाहिए जो विकास के कार्य हो रहे हैं ग्राम सचिव अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने निगरानी में उन कार्यों को कराएं जिससे इन गांव के विकास कार्य होने के बाद जनपद के अन्य गांव को भी विकास के पथ पर ले जाया जा सके। अगर कोई सचिव किसी कार्य को कराने में नजरअंदाज करता है तो ग्राम प्रधान उसकी शिकायत करें उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।