
7 वर्षीय बालिका की मौत
के बाद भी कानून और ग्रामीणों की आंख में धूल झोंकने से भी बाज नहीं आ रहा स्कूल प्रबंधक
रिपोर्टर, दिनेश माली
महिदपुर। मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस 1 नवंबर के दिन सुबह माता-पिता ने जब अपनी बच्ची को स्कूल बस में खुशी-खुशी बिठाया कि मेरी बच्ची स्कूल पढ़ने के लिए जा रही है। लेकिन स्कूल प्रबंधक की गलती के कारण बच्ची के बस से गिरने से हुई मौत के बाद भी स्कूल प्रबंधक झूठ पर झूठ बोलने का काम कर रहा है। लगता है वह झूठ बोलकर कानून की आंख में धूल झोंकना चाह रहा है ।
मामला है महिदपुर महाऋषि अरविंद पब्लिक स्कूल कालूहेड़ा का जहां पर स्कूल प्रबंधक की गलती के कारण 7 वर्षीय बालिका यशस्विनी पिता रामेश्वर आंजना निवासी नारायणा की बस से गिरने पर सिर पर गंभीर चोट से उसकी मृत्यु हो गई स्कूल संचालक से जब पूछा गया तो उसने सबसे पहले तो यह कर दिया कि ड्राइवर वीरेंद्र भाटी बस चला रहा था और बस में क्लीनर ओंकार लाल था। लेकिन जब ड्राइवर वीरेंद्र भाटी से चर्चा की तो उसने बताया कि वह महर्षि अरविंद पब्लिक स्कूल की बस नहीं चलाता है और उसका नाम स्कूल प्रबंधक ने झूठा लिया है। इसी के साथ जब क्लीनर ओंकार लाल से चर्चा की गई तो ओंकार लाल ने कह दिया कि वह उस दिन बस में नहीं था वह छुट्टी पर था। उधर बालिका के पिता रामेश्वर आंजना से चर्चा करने पर पता लगा की जब वह बालिका को बस में छोड़ने गए थे। तब ड्राइवर कन्हैया बस चला रहा था। इन सारी बातों का सच जानने के लिए जब महर्षि अरविंद पब्लिक स्कूल के संचालक देवेंद्र सिंह चौहान से चर्चा की तो देवेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि उस दिन घबराहट में मैंने ड्राइवर का नाम गलत बता दिया था अब सोचने वाली बात यह है स्कूल संचालक को अपने ड्राइवर का नाम भी नहीं पता है या फिर वह कानून को गुमराह करने का काम कर रहा है। बाद में फिर उसने बताया की कन्हैया का भाई देवकरण बस चला रहा था। क्योंकि कन्हैया का स्वास्थ्य खराब होने के कारण देवकरण उस दिन बस चला रहा था। स्कूल संचालक देवेंद्र चौहान से चर्चा करने एक और सच्चाई पर पर्दा डालते हुवे उसने बताया कि देवकरण 16 जुलाई 2022 से स्कूल में बस चलाने के लिए नियुक्त किया गया है। जब देवेंद्र चौहान से नियुक्ति करण का लेटर मांगा गया। तो उसने सादे कागज पर नियुक्ति करण लेटर बनाकर जारी कर मीडिया को भी धोखा देने का भी काम कर दिया । जब मीडिया ने क्लीनर ओंकार लाल से बातचीत की तो ओंकार लाल ने बताया कि देवकरण स्कूल में बस नहीं चलाता है वह कभी-कभी बदली पर आता है बस देवकरण का भाई कन्हैया चलाता है। इस बात से यह पता लगता है कि स्कूल संचालक कहीं ना कहीं झूठ पर झूठ बोल कर कुछ बड़ा छुपाने की कोशिश कर रहा है। जहां उस दिन बस चला रहे देवकरण से बातचीत करने की कोशिश करें तो देवकरण ने तक नहीं उठाया इस बात से तो यही लगता है कि स्कूल प्रबंधक देवेंद्र चौहान और देवकरण कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ी करते नजर आ रहे हैं अब देखना यह है कि खबर के बाद प्रशासन स्कूल संचालक और ड्राइवर पर कार्यवाही करता है या नहीं।।