तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह दिवस पर चीन के खिलाफ निकाली रैली, संगठनों ने स्वतंत्रता की उठाई मांग

तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह दिवस पर चीन के खिलाफ निकाली रैली, संगठनों ने स्वतंत्रता की उठाई मांग

 

 

रिपोट सुनील सोनकर

मसूरी! तिब्बती के 65 वें राष्ट्रीय विद्रोह दिवस पर मसूरी में तिब्बती सुमदाय के लोगों ने चीन के खिलाफ रैली निकाली गई। मसूरी हैप्पी वैली से शुरु हुई रैली में तिब्बती समुदाय के लोगों ने भाग लेकर तिब्बती की आजादी की मांग को मुखर किया। तिब्बत समुदाय के लोगों ने बताया कि तिब्बत में रह रहे तिब्बतियों की चीन की दमनकारी नीतियों सहित कई तरह की यातनाओं को सहना पड़ रहा है। ऐसे में अपने देश की आजादी की जंग में विद्रोह करते हुए कई तिब्बती चीनी सेना ने मार दिए हैं। आज उन बलिदानियों को भी तिब्बती समुदाय याद कर रहा और तिब्बत में चीन की दमनकारी नीतियों का विरोध कर रहा है।वहीं दलाई लामा की लंबी उम्र की कामना भी की। उन्होने कहा कि तिब्बत में चीन वहां की कला संस्कृति व ऐतिहासिक धरोहरों के साथ छेड़छाड़ करके उन्हें समाप्त कर देना चाहता है। व तिब्बत में चायना द्वारा डेम का निर्माण कराया जा रहा है! जिसका तिब्बत समुदाय के लोग विरोध कर रहे है। तिब्बत में वहां के लोग नरक जैसा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। तिब्बतियों की आजादी के लिए वीर तिब्बती महिला पुरुष बलिदान दे रहे हैं! उन्होने कहा कि वर्ष 1949 शुरुआत से तिब्बत की भूमि पर चीन ने कब्जा करना शुरु कर दिया था। साम्यवादी चीनी सरकार द्वारा तिब्बत पर लंबे समय से हिंसक दमन की नीति को लेकर तिब्बतियों द्वारा धैर्य के टूटने पर विरोध प्रदर्शन के रूप में सन 2009 से लेकर आज तक अपने बहुमूल्य जीवन का बलिदान देने वाले 155 देशभक्त वीर पुरुष व महिलाएं आत्मदाह कर चुके हैं। चीन सरकार के हिंसक दमन की नीति के अधीन अब भी कई तिब्बतियों का मार दिया जा रहा है। वहीं निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग ने कहा कि आज हमारा शहीद दिवस भी है! हम सभी अपने उन देशभक्तों की वीरता को याद करते हैं! जिन्होने तिब्बत की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। उन्होंने निर्वासित तिब्बत प्रशासन की ओर से तिब्बत की धार्मिक, राजनीतिक और जातीय पहचान के लिये अपना सब कुछ बलिदान करने वाले उन देशभक्त नायक-नायिकों के साहस एवं कार्यों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि भी दी। उन्होने कहा कि निर्वासित तिब्बती संसद की ओर से सभी सांसदों को अलग अलग तिब्बत के मुद्दे पर समर्थन जुटाने के लिये अभियान चला रही है! और भविष्य में एक बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की योजना है।

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