उत्तराखंड की 318 मेधावी बेटियों का सम्मान, सीएम धामी ने दिए स्मार्ट फोन

उत्तराखंड की 318 मेधावी बेटियों का सम्मान, सीएम धामी ने दिए स्मार्ट फोन

 

 

ब्यूरो रिपोर्ट

देहरादून! राष्ट्रीय बालिका दिवस पर प्रदेश की 318 मेधावी बेटियों का सम्मान हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में 10 वीं और 12 वीं की हर जिले से प्रथम तीन स्थान प्राप्त एवं ब्लॉक स्तर पर प्रथम रहीं बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र और स्मार्ट फोन देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सभी बेटियों की सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है। बेटियों के साथ अन्याय करने वालों के लिए हमारे समाज और उत्तराखंड में कोई जगह नहीं है। सीएम ने महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के ‘परिवर्तन पोर्टल’ को लाॅन्च किया। उन्होंने कहा, हमारी बेटियां हमारी शान, मान और अभिमान हैं। मेधावी बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश की सभी बेटियों की सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है। बेटियों के साथ अन्याय करने वालों के लिए हमारे समाज और उत्तराखंड में कोई जगह नहीं है। प्रदेश का मुख्य सेवक होने के नाते प्रदेश की किसी भी बेटी का अपमान मेरा अपमान है। महान वीरांगना तीलू रौतेली से प्रारंभ होने वाली हमारे प्रदेश की वीर नारियों की सूची में टिंचरी माई, गौरा देवी, चन्द्रप्रभा ऐतवाल, गंगोत्री गर्ब्याल और बछेंद्री पाल ऐसे अनेक नाम हैं, जिन्होंने हर चुनौती को छोटा साबित करते हुए कुप्रथाओं को तोड़ने और समाज को आत्म सम्मान से जीवन जीने की राह दिखाई। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाया है! और प्रदेश का नाम रोशन किया है।

उन्होंने कहा,मंत्री रेखा आर्या बुआ और वह मामा के रूप में हमेशा प्रदेश की बेटियों के साथ हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने बालिका निकेतन देहरादून की बालिकाओं को चंद्रयान की अनुकृति भेंट की।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने पुरस्कार प्राप्त करने वाली सभी बालिकाओं को शुभकामना देते हुए कहा, आज बालिकाओं के प्रति लोगों का दृष्टिकोण बदल रहा है। बेटियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं। उन्हें आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हर क्षेत्र में बेटियां नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं।
बालिकाओं को डिजिटल और आधुनिक युग से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें स्मार्ट फोन दिए हैं। जो उनकी शिक्षा व ज्ञानवर्धन में सहायक होंगे। मंत्री ने कहा, शिक्षा ही वह हथियार है!.जिसके माध्यम से बालिकाएं आगे चलकर समाज व देश का नेतृत्व करेंगी,सशक्त, आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनेंगी। कार्यक्रम में सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास के सचिव हरिचंद्र सेमवाल, निदेशक प्रशांत आर्य, मुख्य परिवीक्षा अधिकारी मोहित चौधरी आदि मौजूद रहे।

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