धामपुर गैंगस्टर केन्द्रपाल सिंह व ललितराज शर्मा की समपत्तियो पर होगी बुलडोजर जैसी कार्यवाही
दोनों गैंगस्टरों और इनके परिवारों पर करोड़ों रुपए की सम्पत्ति होने के सुबूत मिले
रिपोर्ट, न्यूज़ इंडिया टुडे ब्यूरो
बिजनौर धामपुर। उत्तर प्रदेश में जहाँ गैंगस्टरो और माफियाओं के खिलाफ अवैध तरीके से इकट्ठा की गई संपत्ति का जब्तीकरण और बुलडोजर जैसी कार्रवाई की जा रही है, उत्तराखंड सरकार भी माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गई समपत्तियो पर भी कार्यवाही होना शुरू हो गया है।
बता दे कि राज्य सरकार के निर्देश पर उत्तराखंड सरकार के देहरादून स्पेशल टास्क फोर्स के विवेचक/निरीक्षक कुंदन सिंह राणा द्वारा सब रजिस्ट्रार धामपुर कमलेश कुमार गौतम से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपरलीक प्रकरण में पकड़े गये माफियाओं में शामिल धामपुर के गैंगस्टर केन्द्रपाल सिंह और गैंगस्टर ललितराज शर्मा की चल-अचल सम्पत्ति को जब्त करने के लिए मांगे गये ब्यौरे में अब तक उक्त दोनों गैंगस्टरों और इनके परिवारों पर करोड़ों रुपए की सम्पत्ति होने के सुबूत मिले हैं। सब रजिस्ट्रार धामपुर अभी बारीकी से जांच में लगे है। दो-चार दिन में दोनों गैंगस्टरों की चल-अचल सम्पत्ति का ब्यौरा खंगालकर एसटीएफ देहरादून को भेज दिया जाएगा।
बता दे कि एसटीएफ उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भेजे पत्र,सब रजिस्ट्रार धामपुर कमलेश कुमार गौतम को प्राप्त हुआ। जिसमें सूचना अंतर्गत धारा 91 दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 14 (1) यूपी गैंगस्टर एक्ट के तहत थाना रायपुर जिला देहरादून पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 362/2022 धारा 2/3 गैंगस्टर अधिनियम बनाम सैय्यद सादिक मूसा आदि की विवेचना निरीक्षक/विवेचक कुंदन सिंह राणा द्वारा संपादित की जा रही है। इस अभियोग में नामजद अपराधी ललितराज शर्मा तथा केन्द्रपाल सिंह इस गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। यह अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर आर्थिक एवं भौतिक लाभ के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों की परीक्षा से पूर्व परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अयोग्य परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र उपलब्ध नकल कराने के एवज में परीक्षार्थियों से मोटी रकम लेकर गंभीर अपराध करते है। इकने द्वारा गैंग के साथ मिलकर अपराध कर अवैध धन अर्जित कर चल अचल संपत्ति क्रय की गई है। दोनों गैंगस्टरों और इनके परिजनों की अर्जित धन संपत्ति का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
यूपी की तरह एक्शन में आई धामी सरकार
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपरलीक प्रकरण में धामपुर का नाम आज इतना प्रसिद्ध हो चुका है कि नकल माफिया केन्द्रपाल सिंह और ललितराज शर्मा का नाम सुनते ही कोई भी बता देता है कि ये दोनों किस जुर्म के गुनाहगार है, वहीं अब एसटीएफ इन दोनों गैंगस्टरों के परिजनों की भी कुण्डली खंगाल रही है। जिसके अन्तर्गत गैंगस्टर केन्द्रपाल सिंह के परिवार में उसकी पत्नि रुचि, विकलांग पुत्र निसित प्रताप, भाई नीरज कुमार, भाभी ज्योति पत्नी नीरज कुमार, बहन ज्योति पत्नी मनोज कुमार, सुमन पत्नी अरविंद व बबीता पत्नी योगेश, बहनोई अरविंद पुत्र हरपाल निवासी ग्राम दूल्हेपुर ठाकुरद्वारा व मनोज कुमार पुत्र स्वर्गीय कृपाल सिंह निवासी ग्राम भवानीपुर थाना अफजलगढ़ शामिल हैं। जबकि दूसरे गैंगस्टर ललितराज शर्मा के परिवार में उसकी पत्नि मोनिका शर्मा, वयोवृद्ध माता निर्मला देवी पत्नी स्वर्गीय फकीर चंद शर्मा, भाई राजेश शर्मा व कपिल कुमार शर्मा पुत्र स्वर्गीय फकीर चंद शर्मा, बहन दीपा शर्मा पत्नी संदीप कुमार, बहनोई संदीप कुमार बहनोई, पुत्र चिंकू पुत्र ललित शर्मा, ससुर महिपाल धीमान ससुर व सास मिथिलेश धीमान शामिल हैं।
जांच कर एसटीएफ को देदिया जाएगा ब्यौरा रजिस्ट्रार
सब रजिस्ट्रार धामपुर कमलेश कुमार गौतम का कहना है कि एसटीएफ उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी पत्र में उत्तराखंड देहरादून स्पेशल टास्क फोर्स के विवेचक/निरीक्षक कुंदन सिंह राणा ने दोनों गैंगस्टरों केन्द्रपाल सिंह व ललितराज शर्मा तथा इनके परिवारों द्वारा अर्जित चल-अचल सम्पत्ति का ब्यौरा गत 25 जनवरी को मांगा गया था। तब से अब तक जांच जारी है, क्योंकि एक ही नाम राशि के कई व्यक्ति होने के कारण सम्पत्ति का ब्यौरा खंगालने में परेशानी हो रही है। लेकिन 2018 में उनकी तैनाती के दौरान गैंगस्टर केन्द्रपाल की पत्नि रुचि द्वारा ग्राम हुसैनपुर धामपुर में 45 लाख रुपये कीमत का एक घर खरीदा गया था। इसके अलावा दो-चार दिन में शेष ब्यौरा खंगालकर एसटीएफ देहरादून को पत्र प्रेषित कर दिया जाएगा।