संसद में राष्ट्रपति के स्थान पर राष्ट्र पत्नी कहे जाने पर तिखे शब्दों में की आलोचना
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर बी के सिंह ने कहा राष्ट्रपति के नाम के स्थान पर यदि राष्ट्रपिता एवम् राष्टमाता नाम रखा जाए तो वह ज्यादा सम्मान जनक होगा
शमीम अहमद मुख्य संपादक
बिजनौर/धामपुर। लोकसभा में विपक्षी पार्टी द्वारा राष्टपति के स्थान पर राष्ट्रपत्नी कहे जाने पर संसद से लेकर पूरे देश में विभिन्न प्रतिक्रिया सामने आ रही है उसी क्रम में जनपद बिजनौर की धामपुर तहसील से वरिष्ठ चिकित्सक एवम् इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर बी के सिंह ने न्यूज इंडिया टुडे से वार्तालाप में बताया कि सर्वप्रथम राष्ट्रपति का पद देश का सर्वोचतम पद है।उन्होंने संसद में राष्ट्रपति के स्थान पर राष्ट्र पत्नी कहे जाने पर तिखे शब्दों में आलोचना करते हुए इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया।उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि राष्ट्रपति के नाम के स्थान पर यदि राष्ट्रपिता एवम् राष्टमाता नाम रखा जाए तो वह ज्यादा सम्मान जनक होगा।उन्होंने महात्मा गांधी जी का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्हें राष्ट्रपिता की उपाधि दी गई।उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी देखने एवम् सुनने के पश्चात मन में असहनीय पीड़ा का अनुभव होता है।उन्होंने कहा कि सदन कि पक्ष एवम् विपक्षी पार्टियों को देश के स्वाभिमान एवम् गौरव को बरकरार रखने के लिए विरोधाभास शब्दों का इस्तमाल नहीं करना चाहिए।