सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम के अंतर्गत स्व0 माता-पिता की बेटी सहित आज शहनाई बैंकट हॉल में कुल 45 जोड़ों की शादी धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार हुई संपन्न
तीन मुस्लिम जोड़ो का भी हुआ निकाह,जिला पंचायत अध्यक्ष साकेन्द्र ने कहा बिना भेदभाव के हो रहा है विकास
शमीम अहमद प्रधान संपादक
बिजनौर। जिला पंचायत अध्यक्ष साकेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनसे प्रदेश के सभी नागरिक बिना किसी भेदभाव के विशेष रूप से निर्धन लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम भी उन्हीं जन कल्याणकारी योजनाओं में से एक है, जिसका लाभ परोक्ष रूप से प्रदेश के ऐसे नागरिक प्राप्त कर रहे हैं, जो अपनी आर्थिक स्थिति कमज़ोर होने के कारण विवाह करने एवं दामपत्य जीवन का सुख प्राप्त करने में असमर्थ हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत विवाह करने वाले एक जोड़े पर रू0 51,000 खर्च किए जाते हैं, जिसमें नव दम्पत्ति को गृहस्ती चलाने के लिए बुनियादी सामग्री शामिल होती है। इस अवसर पर उन्होंने सभी नवविवाहित जोड़ों को अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं व्यक्त कीं।
जिला पंचायत अध्यक्ष साकेन्द प्रताप सिंह स्थानीय शहनाई बैंक्ट हॉल में माननीय मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम के अंतर्गत सम्पन्न होने वाले विवाह समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लॉक किरतपुर के 20 तथा मोहम्मदपुर देवमल के 25 अर्थात कुल 45 जोड़ों की शादी धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार संपन्न कराई गई, जिनमें तीन मुस्लिम जोड़े भी शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक लड़की कुमारी रेनु पुत्री स्व0 सुभाष जिसके माता-पिता दोनों का स्वर्गवास हो चुका है, के भाई निवासी ग्राम मोड़िया धनसी, ब्लॉक मुहम्मपुर देवमल का फोन परियोजना निदेशक, डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी को प्राप्त हुआ, जिसमें उनके द्वारा अपनी बहन का विवाह भी उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत सम्पन्न कराने का अनुरोध किया गया। उन्होंने बताया कि तत्काल उसकी पात्रता की जांच कराते हुए पात्र पाए जाने पर उसका विवाह भी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम के अंतर्गत आज सम्पन्न कराया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के पी सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी, डीसी एनआरएलएम ज्ञान सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।