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सेवानिवृत्त कर्मचारी का पुत्र वायुसेना में लेफ्टिनेंट बना
ब्यूरो रिपोर्ट
मेरठ। गंगानगर थानाक्षेत्र के बक्सर निवासी सिचाई विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी का पुत्र भारतीय वायुसेना में लेफ्टिनेंट बनकर परिजनों को गौरवान्वित किया। वही लेफ्टिनेंट के मेरठ पहुँचने पर उनके आवास पर बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है। बुलन्दशहर जनपद के गाँव चितसौन के मूल निवासी विरेन्द्र कुमार शर्मा पिछले कई वर्षों से मेरठ के गंगानगर थानाक्षेत्र के बक्सर की तिलकपुरम कालोनी में अपनी पत्नि रेखा शर्मा, बड़े पुत्र कृष्ण कुमार शर्मा व पुत्रवधु तथा छोटे पुत्र दीपांशु शर्मा के साथ रहते है तथा उन्होंने अपनी दो बेटियों की शादी भी यही की है तथा खुद सिचाई विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी है। सेवनिवृत्ति के बाद से वह छोटे पुत्र दीपांशु शर्मा को भारतीय वायु सेना में बड़े अधिकारी के रूप में देखना का सपना सजोये हुये दीपांशु शर्मा को प्रेरित कर रहे थे। वही दीपांशु ने भी अपने पिता विरेन्द्र कुमार शर्मा का सपना पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करना शुरू कर दिया तथा अपने कठिन परिश्रम के साथ वर्ष 2021 में भारतीय थलसेना में भर्ती हो गए तथा तीन माह तक चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त किया। किन्तु दीपांशु अपने पिता का अपना पूरा करने में असंतुष्ट नजर आए। जिस पर उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान वायुसेना में जाने की तैयारियां शुरू करते हुए कठिन परिश्रम किया जिसके बलबूते वह वर्ष 2022 में वायुसेना में लेफ्टिनेंट के पद के लिए चयनित हो गए तथा थलसेना की नोकरी से इस्तीफा देकर अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए जुलाई 2022 से हैदराबाद की वायुसेना अकादमी में छः माह तक प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसके बाद उन्हें अग्रिम प्रशिक्षण के लिए उन्हें वायुसेना तकनीकी कालेज बैंगलोर में भेज दिया गया। जहा से 9 माह का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद पास आउट होकर मेरठ अपने आवास पर पहुचे तो उनके आवास पर बधाई देने वालो का तांता लग गया। परिजनों ने भी मिठाई बाटकर अपनी खुशी का इजहार किया। वही लेफ्टिनेंट दिपांशु शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों के अलावा अपने मेंटर कर्नल एम.एम. नेहरू को दिया है।