💐 हमें तुरंत फोन करें90585 1922598377 77762__________________*तुरंत आवश्यकता है*=========*न्यूज़ इंडिया टुडे न्यूज़ चैनल को*
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड,
सभी प्रदेशों में स्टेट हेड और
जिला स्तर पर ब्यूरो चीफ़
की आवश्यकता हैlइच्छुक व्यक्ति संपर्क करें90585 1922598377 77762
आखिर उत्तराखंड में भी कितनी सुरक्षित हैं हमारी बेटिया
ब्यूरो रिपोर्ट
देहरादून! आईएसबीटी की यह शर्मनाक घटना जो 13 अगस्त तड़के घटित हुई जिसमे एक अबला नाबालिग लड़की को पांच दरिंदो ने हैवानियत का शिकार बनाया मंद बुद्धि और कमज़ोर बच्ची रात के उस पहर बस और बस अड्डे के कर्मचारियों की नीचता की कहानी बयान करती हैं और इस वारदात ने दून की शांत वादी में महिलाओं का सम्मान करने वाले दून वासियों की आत्मा को जरूर झकझोर दिया होगा और यह सोचने पर जरूर मजबूर कर दिया होगा कि हमारी बेटियां क्या बस अड्डे जैसे सार्वजनिक स्थान पर सुरक्षित हैं। नही, नही यह समाज आज भी महिलाओं को सिर्फ एक खिलौना समझता है क्या उस 57 वर्षीय अताताई और उसके जैसे क्रूर राक्षसों को यह शर्म नहीं आई कि यह बच्ची मेरी पोती, बेटी से भी छोटी है अगर बेटी नही भी थी तो ध्योडी की ही लाज रख लेते और बेशर्म पिचाशो कम से कम खौफ ए खुदा कर लेते कि वह हर रात के बाद सुबह का सूरज निकालता हैं और सूरज की रोशनी में तुम्हारे चेहरे की कालिख साफ दिखाई देगी। कुछ तो डरते गुनाह करते हुए। देहरादून पुलिस ने अपना मान रखते हुए तत्परता से दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उम्मीद है कि भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत इन दोषियों को सजा मिलेगी। इनका जुर्म दो गुना है एक तो वह बच्ची मंद बुद्धि बताई जा रही है दूसरे यह मुजरिम उस बच्ची के बाप की तरह संरक्षक के हैसियत रखते थे तो इन्होंने एक पाक रिश्ते का भी अपमान किया है इसलिए इनके लिए भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के अनुसार आजीवन कारावास और मौत की सजा भी थोड़ी है क्योंकि इन्होंने दून के शांति प्रिय समाज को कलंकित किया है। देहरादून पुलिस को इन पिचाशों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए कोशिश करनी चाहिए ऐसा न हो कि यह मुजरिम सिफारिशों के जरिए बाहर आकर फिर समाज को दूषित कर सकें! उधर कोलकाता की डॉक्टर मोमिता हो या रूद्रपुर की नर्स तसलीम जहाँ हो। अभी इनका शोर शराबा थमा भी नहीं था। इन घटनाओं से अभी लोगो का ग़ुस्सा शांत भी नहीं हुआ था। इधर जीरो क्राइम का तगमा लिए प्रदेश की राजधानी देहरादून से ऐसी घटना सामने आ गई इसने तो आमजनमानस का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर ला दिया। वो तो भला हो दून पुलिस का जिसने घटना की गंभीरता को समझते हुए बड़ी ही कुशल योजना और तत्परता दिखाते हुए कार्यवाही तेज की और मंदबुद्धि बतायी जा रही दुष्कर्म पीड़िता के पाँचों दोषियों को तत्काल दून पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया।